तुम चाहे भूल जाओ हमे हम बेइम्तिहाँ याद लम्हात करते हैं।। तुम चाहे भूल जाओ हमे हम बेइम्तिहाँ याद लम्हात करते हैं।।
अपनों की रुसवाई भी जब न खटके दुःख सहन करके भी शरीर न थके तब समझिए जीना आ गया। अपनों की रुसवाई भी जब न खटके दुःख सहन करके भी शरीर न थके तब समझिए जीना आ ग...
बाग में कलियाँ खिलीं भँवरा भी मुस्का रहा खिल गए शतदल कमल वसंत देखो आ गया। बाग में कलियाँ खिलीं भँवरा भी मुस्का रहा खिल गए शतदल कमल वसंत देखो आ गय...
तू तो ठहरा इंसान बड़ा, ये सारी धरा तेरी समिधा। तू जो चाहे उपभोग करे, तू जो चाहे विध तू तो ठहरा इंसान बड़ा, ये सारी धरा तेरी समिधा। तू जो चाहे उपभोग करे, त...
आजाद हूँ मैं ना कुछ पाने की इच्छा ना कुछ खोने का डर बेखौफ हूँ मैं आजाद हूँ मैं। आजाद हूँ मैं ना कुछ पाने की इच्छा ना कुछ खोने का डर बेखौफ हूँ मैं आज...
निर्भया कांड का दर्शक हूँ, किसी के लिए भक्षक हूँ, जनता का रक्षक हूँ, पता नही बना क्य निर्भया कांड का दर्शक हूँ, किसी के लिए भक्षक हूँ, जनता का रक्षक हूँ, पत...